UPSC Success Story: सरकारी नौकरी को लेकर कितनी मारामारी है यह इससे पता चलता है कि रेलवे में ग्रुप डी पदों पर नौकरी के लिए BTech और MBA की डिग्री वाले आवेदन कर रहे हैं. ऐसे में IPS Officer Tripti Bhatt की कहानी सबकों चौंकाने वाली है. बता दें कि, तृप्ति भट्ट ने आईपीएस बनने के लिए एक-दो नहीं बल्कि कई नौकरियां छोड़ दी. आइए उनकी सफलता पर एक नजर डालते हैं
देश की सबसे कठिन परीक्षा कहे जाने वाले UPSC Exam में हर साल लाखों युवा शामिल होते हैं. इनमें से कुछ को ही सफलता मिलती है. इस परीक्षा को क्रैक करने में कुछ अभ्यर्थियों को सालों लग जाते हैं. IPS Tripti ने सिविल सर्विस परीक्षा को पहले ही प्रयास में क्रैक कर लिया था.
पहाड़ के साधारण परिवार से हैं तृप्ति
मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा की रहने वाली तृप्ति भट्ट के साधारण परिवार से आती हैं. पंतनगर यूनिवर्सिटी से 2010 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद उनको कैंपस प्लेसमेंट मिला. इसके बाद उन्हें कई कंपनियों से जॉब के ऑफर मिले.
एक इंटरव्यू में तप्ति बताती हैं कि उन्हें इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो में साइंटिस्ट के जॉब ऑफर हुए थे, जिसे उन्होंने छोड़ दिया. इसके बाद तृप्ति ने NTPC में नौकरी ज्वाइन की. नौकरी के साथ ही उन्होंने UPSC Civil Service की तैयारी शुरू की.
पहले प्रयास में बनीं IPS
NTPC में नौकरी करते हुए तृप्ति ने यूपीएससी की परीक्षा दी. पहले ही प्रयास में उन्हें सफलता हासिल हुई. वो 165वीं रैंक के साथ IPS के पद पर सेलेक्ट हुईं. तृप्ति भट्ट साल 2013 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं. फिलहाल तृप्ति देहरादून में एसपी इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी के पद पर तैनात हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तृप्ति नेशनल लेवल मैराथन रेस में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी हैं. तृप्ति बताती हैं कि UPSC Exam क्रैक करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है खुद पर भरोसा रखना. तृप्ति की कहानी लाखों युवाओं को प्रेरित करने वाली है