गरीब किसान की बेटी ने BPSC परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल कर बनी SDM ऑफिसर

बेतिया. बीपीएससी के नतीजों में छोटे शहरों और कस्बाई इलाकों के युवाओं ने भी सफलता हासिल की है. पश्चिमी चम्पारण के लौरिया प्रखंड के सुवरछाप गांव निवासी विद्याकांत पाण्डेय की पुत्री मंगला कुमारी ने बीपीएससी 2023 के घोषित परीक्षा परिणाम में 16 वीं रैंक लाकर एसडीएम पद हासिल किया है. मंगला कुमारी शुरू से ही मेधावी छात्रा रही है।

किसान की बेटी बनी SDM ऑफिसर

किसान पिता विद्याकांत पांडे ने बताया कि आज हमारी बेटी ने हम सभी का मान बढ़ाया है. मंगला ने बीपीएससी की 67 वीं परीक्षा में 16 वीं रैंक लाकर अपनी प्रतिभा को साबित कर दिखाया. मंगला कुमारी के पिता एक किसान हैं जबकि माता गृहणी. सुअरछाप गांव की बिटिया अपने गांव के साथ साथ पूरे लौरिया को गौरवान्वित किया है. मंगला के पिता ने बेटी के चयन होने पर खुशी का इजहार करते हुए कहा कि उनकी पुत्री बचपन से ही मेधावी थी. वो आठवीं तक की पढाई गांव में की है और मैट्रिक परीक्षा नरकटियागंज के मातीसरा स्कूल से पास की है।

मां पिता को दिया सफ़लता का श्रेय

उसने इंटर टीपी वर्मा कॉलेज से किया और बीटेक इलाहाबाद से. मंगला की मां पूनम पांडे ने बताया कि मेरी बेटी अपनी तैयारी घर पर ही रहकर की, केवल साक्षात्कार की तैयारी के लिए दिल्ली भेजा गया था. मंगला चार बहनों और एक भाई में अपने माता पिता की दूसरी संतान है. बड़ी बहन की शादी हो गई है. इधर मंगला ने बताया कि मेरे पढ़ाई का सारा श्रेय मेरी मां पूनम पांडे, पिता विधाकान्त पांडेय का है।

मेरे पिता किसान हैं. वो बहुत मेहनत से कमाकर मुझे और मेरे भाई बहनों को पढ़ने में लगे हैं. छोटे से गांव से निकलकर मंगला ने अपनी मेहनत की बदौलत बड़ी मंजिल हासिल की है. उनका कहना है कि इस सफलता के पीछे किसी एक का नहीं बल्कि सभी लोगों को सहयोग मिला है।

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