कोरोना मरीज़ों तक पहुंचा रहे घर का बना खाना, दिल्ली के इन इलाकों में मिलेगी मदद

कोरोना का समय हर किसी के लिए संकट का समय था। ऐसे समय में लोगों को दो वक़्त का रोटी मिलना भी मुश्किल हो गया था। ऐसी कठिन परिस्थिति में कुछ लोग मदद के लिए सामने भी आए, जिन्होंने कोरोना मरीज़ों की हर संभव तरीके से मदद की। दिल्ली (Delhi) के रहने वाले कुछ लोग कोरोना पेशेंट्स तक घर का बना खाना पहुंचा रहे हैं। वह लोग ऐसे घरों में खाना पहुंचा रहे हैं, जहां परिवार के सभी लोग कोरोना पीड़ित हैं।

कोरोना पीड़ित के घरों में पहुंचाते हैं खाना

कोरोना महामारी के बीच दक्षिण दिल्ली में यूथ वेलफ़ेयर एसोसिएशन (Youth Welfare Association) नाम की एक संस्था के 27 नौजवान लोगों के घरों तक खाना पहुंचाने का काम कर रहे हैं। एक इंटरव्यू के दौरान संस्था के प्रेज़िडेंट राघव पल मंडल (Raghav Pal Mandal) कहते हैं कि एक दिन उन्हें यह ख़बर मिली की एक ही परिवार के कई लोग कोविड पॉज़िटिव हो गए, जिसे उनके घर में खाना बनाने वाला कोई नहीं। उसके बाद से ही उन्होंने इस पहल की शुरआत की।

अपने घरों के किचन में ही बनाते हैं खाना

राघव पल मंडल (Raghav Pal Mandal) का कहना है कि हम तब तक लोगों के घर खाना डिलीवर करेंगे, जब तक वो पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते।” नेक काम के लिए नेकी क ज़रूरत होती है, यही बात इस संस्था ने साबित की है। इस संस्था से जुड़े लोग अपने ही घरों के किचन में एक्स्ट्रा खाना बनवा रहे हैं। जैसे- राघव के घर की रसोई में हर रोज़ करीब 12 घरों के लिए खाना बनता है। इस तरह संस्था के सेक्रेटरी के घर से 13 लोगों के लिए खाना बनता हैं। राघव ने इस पहल का नाम ‘भोजन सेवा’ रखा है।

इन इलाकों में ‘भोजन सेवा’ संस्था कर रही है काम

राघव अपने टीम के साथ मिलकर दिल्ली के इन इलाकों तक खाना पहुंचाते हैं, जिनमें ग्रेटर कैलाश, ग्रीन पार्क, डिफेंस कॉलोनी, सफदरजंग और लाजपत नगर आता है। राघव अन्य लोगों को भी ऐसे काम करने का सुझाव देते हैं। इस संस्था के तरह पुरानी दिल्ली के फतेहपुरी से बीजेपी नेता प्रवीण शंकर कपूर (Praveen Shankar Kapoor) और उनके कुछ दोस्त भी ऐसे कार्य कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली में लगे वीकेंड लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मज़दूरों के लिए ‘श्रमिक रसोई’ की शुरुआत की है। जिससे लॉकडाउन के समय में भी मज़दूरों को भूखा नहीं सोना पड़ेगा।

AAS दिल्ली के शालीमार बाग़ इलाके में घरों तक पहुंचा रही खाना

प्रवीण बताते हैं कि अभी यह रसोई दो दिन काम करेगी परंतु अगर फिर से ज़रूरत पड़ी तो हम इस काम को आगे भी जारी रखेंगे। उनके ही तरह दिल्ली में महिला स्वास्थ्य और सशक्तिकरण का काम करने वाली संस्था -्AAS दिल्ली के शालीमार बाग़ इलाके में खाना डिलीवर कर रही हैं। इस संस्था की प्रेजिडेंट रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) बताती हैं कि उनकी संस्था पिछले 20 दिनों में 200 से ज़्यादा कोरोना पेशेंट्स के घरों तक खाना पहुंचा रही हैं। उनका मानना है‌ कि मदद के लिए यह उचित समय है।

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