पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी वृद्धि को जायज बताते हुए पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया है कि क्यों ईंधन पर सरकार अधिक टैक्स वसूल रही है। कोरोना वायरस की वजह से अर्थव्यवस्था पर हुए असर और महामारी से जंग के लिए संसाधनों की आवश्यकता जैसे कारण गिनाते हुए उन्होंने विपक्ष को भी जवाब दिया।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए पूछा कि कांग्रेस शासित राज्यों ने क्यों टैक्स बढ़ा दिया है? साथ ही यह भी कहा कि मोदी सरकार टैक्स से खजाना नहीं भर रही है, गरीबों को अनाज और धन दे रही है।
इस महीने 7 जून से तेल की कीमतों वृद्धि का सिलसिला शुरू हुआ, जिसके बाद 23 दिनों में 22 बार डीजल के दाम में वृद्धि हुई जबकि पेट्रोल की कीमत में 21 बार वृद्धि हुई है। देश की राजधानी दिल्ली में इस महीने अब तक डीजल के दाम में 11.14 रुपये लीटर इजाफा हुआ है जबकि पेट्रोल की कीमत 9.17 रुपये लीटर बढ़ गई है।
प्रधान ने कहा, ”हमारे देश में जब भी विकास, स्वास्थ्य आदि के लिए संसाधन की आवश्यकता होती है तो सरकार ऐसा (टैक्स वृद्धि) करती है। इन चैनल्स से सरकार जो भी पैसा एकत्रित करती है उसे राज्य सरकारों को दिया जाता है। पीएम गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की गई। गरीबों को अनाज दिया गया।
किसानों के खातों में पैसे डाले गए। धन का इस्तेमाल खजाना भरने में नहीं किया गया। मोदी जी के प्लान में खजाना भरना नहीं, लोगों में पैसे बांटना है।”मंत्री ने तेल की कीमतों हो रही वृद्धि की वजह बताते हुए यह भी भरोसा दिया कि आने वाले दिनों में कीमतें स्थिर हो जाएंगी।
प्रधान ने कहा, ”दुनिया के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था भी चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रही है। कोविड-19 की वजह से एनर्जी इंडस्ट्री के लिए मुश्किल समय है। अप्रैल-मई में पेट्रोल की मांग 70-80 फीसदी कम हो गई, जिसका अर्थव्यवस्था पर सीधा असर पड़ा।”
भविष्य में कीमतों के घटने-बढ़ने के अनुमान पर उन्होंने कहा, ”अब एक बार फिर मांग बढ़ रही है। कोई भी तेल की कीमतों की भविष्यवाणी नहीं कर सकता है, लेकिन हमारा अनुमान है कि अंतरराष्ट्री बाजार में कीमतों के स्थिर होते ही भारत में भी कीमतें स्थिर होंगी।”
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए पूछा कि कांग्रेस राज्यों ने ईंधन पर टैक्स क्यों बढ़ाया है? पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों को वापस लेने की सोनिया गांधी की मांग पर प्रधान ने कहा, ”सोनिया गांधी ने कहा है कि केंद्र सरकार खजाना भर रही है।
मंत्री ने कहा कि पिछले तीन महीनों में 20 जून तक 42 करोड़ लोगों के खातों में 65,454 करोड़ रुपए डाले गए हैं, बिना किसी बिचौलिए को शामिल किए। प्रधान ने कहा, ”मोदी जी ने डीबीटी के जरिए गरीबों के खातों में पैसा डाला, लेकिन आपने (सोनिया गांधी) अपने दामाद के अकाउंट, राजीव गांधी फाउंडेशन में डाला।
आपकी संस्कृति खजाना लूटने की है। मोदी जी गरीबों, जरूरतमंद लोगों और मध्य वर्ग पर खर्च करते हैं। हमारे पास कुछ छिपाने के लिए नहीं है। कोरोना संकट में हम सावधानीपूर्वी खर्च कर रहे हैं। इस वजह से भारत जिस तरह संकट से निपट रहा है उसकी तारीफ हो रही है।”