कमाल के हैं औरंगाबाद की बिमली चाची के कारनामे, महिलाओं के लिए बनी मिसाल

आधी आबादी अब सशक्त हो रही है। न सिर्फ शहरी बल्कि ग्रामीण परिवेश में भी। सख्त फैसले ले रही है। सामाजिक वर्जनाओं को तोड़कर घर की देहरी से बाहर निकल सामाजिक कार्यों में हाथ बंटा रही है। लैंगिंग भेदभाव, घरेलू हिंसा, सेनेटरी पेड जैसे मुद्दों पर बहस कर रही है। जागरुक हो रही और दूसरों … Read more