केके पाठक के आदेश के बाद होली में सरकारी स्कूल खुले रहने के कारण शिक्षकों को झेलना पड़ा काफी फजीहत

Bihar : बिहार के शिक्षक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश से शिक्षकों में एक बार फिर आक्रोश है। वजह होली में विद्यालय खोलने के आदेश के कारण कई शिक्षकों को न सिर्फ काफी फजीहत का सामना करना पड़ा बल्कि कई शिक्षक घायल भी हो गये।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर रक्षा बंधन, दशहरा और अब होली में विद्यालय बंद नहीं किये जाने से शिक्षकों में भारी आक्रोश है। दरअसल होली में विद्यालय के खोले जाने के कारण शिक्षकों की काफी फज़ीहत हुई है। समय पर विद्यालय पहुंचने के क्रम में उन्हें होली के हुडदंगियों का सामना करना पड़ा। हुडदंगियों ने उन्हें रंग से अधिक गंदे कीचड़ से नहला दिया। इतना ही नहीं कई शिक्षक बचने के दौरान चोटिल भी हो गये।

अलग अलग तरह से शिक्षकों को फजीहत का होना पड़ा शिकार


इस संबंध में टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू सिंह ने कहा कि पूरे बिहार में कहीं 25 मार्च तो कहीं 26 मार्च को होली मनाई जा रही है। इसके बाद भी बिहार के शिक्षा विभाग के द्वारा आज विद्यालय को खोले रखने का आदेश दिया गया। हालांकि होली होने की वजह से बच्चों की उपस्थिति विद्यालय में नगण्य रही लेकिन शिक्षा विभाग के आदेश की वजह से शिक्षकों को विद्यालय पहुंचना पड़ा। इस दौरान उन्हें होली के हुड़दंगियों का भी सामना करना पड़ा। विद्यालय आने के क्रम में हुड़दंगियों से बचने की कोशिश में दर्जनों शिक्षकों के या तो सर फट गए या उनके हाथ टूट गये या फिर अन्य तरह से वेलोग घायल हो गये। हुड़दंगियों ने उन शिक्षकों को गंदे कीचड़ और गोबर से गंदा कर दिया। यहां तक कि शिक्षिकाओं को भी इस तरह की फजीहत का सामना करना पड़ा ।

पूछा, कौन हैं जिम्मेदार


इस संबंध में टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू सिंह ने कहा कि अब तो इस बात की भी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए कि आज किस उद्देश्य के लिए सरकारी विद्यालयों को खुला रखने का आदेश दिया गया।. उन्होंने कहा कि जिन शिक्षकों के साथ दुर्घटना हुई है, इसके जिम्मेदार कौन हैं? इस घटना की जिम्मेदारी भी तय होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री, गवर्नर और प्रधानमंत्री से लगाईं गुहार


टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू कुमार ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में जो एनडीए की सरकार है, वह जानबूझकर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के द्वारा शिक्षकों को प्रताड़ित कर रही है। पर्व त्यौहार के दिनों में भी घर-परिवार और बाल-बच्चों से शिक्षकों को दूर रखने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि हैं आप बिहार के शिक्षकों की वेदना को समझने की कोशिश करें और शिक्षा विभाग के द्वारा जिस तरह से शिक्षकों को प्रताड़ित किया जा रहा है, इसपर संज्ञान लेते हुए बिहार के नियोजित शिक्षकों के साथ न्याय करें।

विद्यालय में घुसे हुड़दंगी


टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू कुमार ने कहा कि शिक्षकों को विद्यालय आने में जो फजीहत हुई वह तो हुई ही लेकिन हद तो तब हो गई जब कुछ हुड़दंगी शिक्षिका का पीछा करते हुए विद्यालय कैंपस में घुस गये। उन लोगों ने शिक्षिका पर अमर्यादित टिप्पणी भी की। फिर विद्यालय में मौजूद शिक्षकों ने फोनकर स्थानीय लोगों को बुलाया तब हुड़दंगी वहां से फरार हुए। यह घटना मुजफ्फरपुर जिला के बोचहा स्थित मध्य विद्यालय रामपुर जयपाल की है।

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