बारात जैसी रिटायरमेंट पार्टी,हाथी-घोड़े-ऊंट के साथ बैंड पर दफ्तर से घर पहुंचे,दूल्हे की तरह घोड़ी पर बैठे ।

रिटायरमेंट का दिन सबके लिए खास होता है। पटना के एक सफाईकर्मी इस दिन को और खास बनाने के लिए हाथी-ऊंट और एक दर्जन घोड़े बुलावाए। बैंड-बाजे पर दफ्तर से घर तक 2 किलोमीटर तक शाही अंदाज में यात्रा निकाली। इसे देखने के लिए सड़कों पर लोग उमड़ पड़े। इस पर एक लाख रुपए खर्च हुए।

सफाईकर्मी का नाम है लाल बाबू। वह पिछले 40 वर्षों से पुल निर्माण निगम में काम कर रहे थे। मंगलवार को उनका दफ्तर में आखिरी दिन था। उनके मन में था कि जब वे रियाटर करेंगे तो गाजे-बाजे के साथ शाही अंदाज में ऑफिस से अपने घर तक जाएंगे।

सारा खर्च खुद वहन किया

सफाईकर्मी लाल बाबू ने रिटायमेंट के जश्न को शाही लुक देने के लिए हाथी- घोड़े और ऊंट तो मंगवाए ही साथ ही पटना के बड़े बैंड वाले को भी बुलाया। ऑर्केस्टा की टीम भी बुलवाई। रास्ता भर गाना बजता रहा, बैंड बजता रहा। दिलचस्प यह कि लाल बाबू ने सारा खर्च खुद वहन किया।

अब सभी याद रखेंगे लाल बाबू के रिटायरमेंट को

लालू बाबू ने बताया कि 40 साल नौकरी करते हुए यह शौक मन में था कि ऑफिस का अंतिम दिन ऐसा हो कि बस यादगार बन जाए। बस इस दिन को मैंने यादगार बना दिया। अब ऑफिस वाले, घर वाले, और बाहर वाले सभी मेरे इस रिटायरमेंट को याद रखेंगे। लाल बाबू ने फोटो खिंचवाई और वीडियोग्राफी भी करवाई।

बैनर पर बाबा साहब आंबेडकर की फोटो भी लगवाई

लालू बाबू ने पूरे कार्यक्रम को बारात जैसा लुक दे दिया। खुद घोड़ी पर बैठे। गले में गेंदा फूल की माला एकदम नेताओं की तरह दिखता रहा। विदाई समारोह का बैनर भी उन्होंने बनवाया और अपनी विचारधारा भी उस पर अंकित करवाई। आंबेडकर का बड़ा सा फोटो उस पर लगवाया। पुल निर्माण निगम के पटना स्थिति ऑफिस से यह विदाई यात्रानिकली तो लोग देखते ही रह गए।

Input: Bhaskar

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