पटना में धुआं उगलने वाली बसों को CNG बसों में बदला जा रहा है, दर्जनों नई बसें भी उतरेगी

राजधानी पटना की वायु गुणवत्ता देश के शहरों में सबसे खराब स्तर की मानी जाती है। यहां कब आएगी गुणवत्ता सूचकांक बेहद खतरनाक की श्रेणी में आता है। ऐसे में राज्य सरकार ने पटना में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठाने का फैसला लिया है। इसी के तहत राजधानी पटना में डीजल के बसों के बजाय सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें चलाने का निर्णय लिया गया था। पुरानी नगर सेवा की बसों को सीएनजी में बदलने का काम पूरा हो गया है। जल्द ही इन्हें बस मालिकों को सौंप दिया जाएगा

नई सीएनजी बसें भी चलाई जाएंगी।

बता दें कि इसके अलावा 75 नई सीएनजी बसें भी जल्द ही परिवहन निगम को मिल जाएंगी। सीएनजी बसों को खरीदने के लिए टेंडर निकाला जा चुका है। अभी सिटी बस सेवा के तहत 120 बसें चल रही हैं। इसमें 70 सीएनजी और 50 डीजल वाली बसें हैं। पुरानी डीजल बसों को सीएनजी में बदलने करने का काम पूरा कर लिया गया है। डीटीओ श्रीप्रकाश का कहना है कि जल्द ही इन्हें बस मालिकों को सौंप दिया जाएगा। इसके अलावा 75 नई सीएनजी बसें भी राजधानी को मिलेंगी।

मार्च तक सड़कों पर दौड़ने लगेगी बसें।

जानकारी के अनुसार बेली रोड पर चलने वाली ज्यादातर बसें सीएनजी में बदल चुकी हैं। अब अन्य बसों के बदले नई सीएनजी बसें आ रही हैं। मार्च के अंत तक सभी सीएनजी बसें चलने लगेंगी। दरअसल, पर्यावरण संरक्षण के लिए डीजल मुक्त गाड़ियों का संचालन होना है। सीएनजी बसों के अलावा अभी 25 इलेक्ट्रिक बसें भी चल रही हैं। वहीं, निजी बसों को सीएनजी में बदलने के लिए अनुदान दिया जा रहा है। यही कारण है कि अभी शहर में मिनी बसें नहीं दिख रही हैं। बस मालिकों को सौंप दिए जाने के बाद नए लुक में सीएनजी मिनी बस के रूप में शहर में दौडेंगी।

Via- Patna live

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