बारात में लेट से मिला खाना तो बिना शादी किए लौट गया दूल्हा और बाराती

बिहार में इन दिनों शादी-ब्याह की सीजन चल रहा है. इस बीच रोजाना कोई न कोई शादी चर्चा में रहती है, भले उनके चर्चा में रहने का करण अलग-अलग हो. बिहार में ऐसी ही एक शादी हुई है जो काफी चर्चा में है और इसके चर्चित होने की वजह है बारातियों का वो व्यवहार जिसकी उम्मीद कोई नहीं कर सकता. आम तौर पर शादी में खान-पान में विलंब को गलत तौर पर नहीं देखा जाता क्योंकि शादी में सभी लोगों को कई रस्मों से होकर गुजरना पड़ता है लेकिन इस शादी में बारातियों के खाने में देर होने मात्र से बात इतनी बिगड़ गई कि मामला पुलिस तक जा पहुंचा.

शादी के दौरान खान में हुई देर से दूल्हा बारात समेत लौट गया और दुल्हन के हाथों की मेहंदी यूं ही सजी रह गई. घटना कस्बा थाना के मोहनी पंचायत के बतौना गांव स्थित ईश्वरी टोला की है. घटना के बाबत दुल्हन की मां मीना देवी ने कस्बा थाना में एक लिखित आवेदन भी दिया है. इस घटना के बाद दोनों पक्षों में पंचायत हुआ और दहेज की राशि और बाइक के साथ भोज में खर्च हुए सारे पैसे दूल्हा के पिता को वापस करना पड़ा.

घटना के बाबत दुल्हन की मां मीना देवी ने बताया कि 11 फरवरी को उनकी बेटी की शादी धमदाहा थाना के अमारी कुकरन निवासी फुलेश्वर उरांव के पुत्र राजकुमार उरांव से हो रही थी. जब बारात और दूल्हा आया तो वो लोग शादी के विधि-विधान में लग गए जिस कारण बारात को खाना खिलाने में लेट हो गया. इससे गुस्साए दूल्हा के पिता बाराती और दूल्हा समेत वापस लौट गए. इस दौरान ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी काफी मान मनौव्वल किया लेकिन दूल्हा के पिता फुलेश्वर उरांव ने किसी की एक ना सुनी और वो लोग वापस लौट गए.

इसको लेकर पहले तो दोनों पक्षों में समझौता करने का प्रयास किया गया लेकिन जब समझौता नहीं हुआ तो फिर 16 फरवरी को दुल्हन की मां ने कस्बा थाना में एक लिखित शिकायत दर्ज की. इस मामले में कस्बा थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि दुल्हन की मां द्वारा आवेदन मिला है. वो लोग मामले की जांच कर रहे हैं. थाना में केस होने के बाद 19 फरवरी को दोनों पक्षों में फिर पंचायत हुई. पंचायत में समझौते के बाद दूल्हे के पिता ने दहेज में लिए गए 25 हजार रुपए, बाइक के साथ शादी में खर्च हुए पूरी राशि दुल्हन पक्ष को लौटा दिया.

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