22 साल की उम्र में UPSC परीक्षा में किया टॉप, आईएएस अधिकारी बनकर बेटी ने किया परिवार का नाम रोशन

UPSC एक ऐसी प्रतियोगी परीक्षा जिसको उत्तीर्ण करने में अभ्यर्थियों को कई साल लग जाते हैं। कई प्रयासों के बाद अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं। सिमी करण ने इसी प्रतियोगी परीक्षा में मात्र 22 साल की उम्र में सफलता हासिल करके लोगों के सामने एक मिसाल खड़ी कर दी।

आज के इस पोस्ट में हम आपको सिमी करण की सफलता की कहानी के बारे में बताएंगे. कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास की बदौलत उन्होंने कैसे यूपीएससी परीक्षा मेंं पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली।

कौन हैं (Simi karan ias) आईएएस सिमी करण

सिमी करण का जन्म उड़ीसा राज्य में हुआ था। इनके पिता भिलाई के स्टील प्लांट में काम करते हैं जबकि इनकी मां एक अध्यापिका है। सिमी की शुरुआती पढ़ाई छत्तीसगढ़ के भिलाई से पूरी हुई। इन्होंने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) से पूरी की है। ये बचपन से ही एक मेधावी छात्रा थी।

इंटरमीडिएट की परीक्षा इन्होंने 94.8% के साथ पास की। इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने आईआईटी के प्रवेश परीक्षा में भाग लिया और आईआईटी की परीक्षा पास करने के बाद इन्होंने मुंबई आईआईटी में इंजीनियरिंग के लिए दाखिला ले लिया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही सिमी ने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।

ग्रेजुएशन के साथ पूरी की यूपीएससी की तैयारी

सिमी अपनी यूपीएससी की तैयारी के लिए क्लास में ब्रेक के दौरान यूपीएससी के स्टडी मैटेरियल को पढ़ा करती थी। इन्होंने e-notes तैयार करके रखे हुए थे, जिससे इन्हें रिवीजन करने में सहायता मिलती थी। इसके अलावा देश दुनिया से जुड़ी जानकारी को अपडेट रखने के लिए यह रोजाना कम से कम 45 मिनट अखबार पढ़ती थी। उन्होंने अपने हॉस्टल के कमरे की दीवारों पर भारत का नक्शा चिपकाया हुआ था। जिस पर वह न्यूजपेपर के महत्वपूर्ण खबरों की अपडेट डालती रहती थी।

31वीं रैंक हासिल कर बनीं आईएएस अधिकारी

बेहतर रणनीति व कठिन परिश्रम के दम पर इन्होंने देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा यूपीएससी में सफलता हासिल की. साल 2019 में ऑल इंडिया 31 वीं रैंक के साथ सिमी करण ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की। सिमी ने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा में सफलता का परचम लहराया।

उनकी अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. सिमी ने सफलता हासिल कर ना सिर्फ खुद का बल्कि परिवार का नाम रौशन कर दिया. सिमी ऐसे छात्रों के लिए नजीर हैं जो मानते हैं कि यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पहले प्रयास में पास नहीं किया जा सकता है. कड़ी मेहनत और लगत हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है

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