आज से पूरे देश में शारदीय नवरात्र शुरू हो गया है लेकिन इस नवरात्र में भी सरकार के तरफ से कई गाइडलाइन्स जारी किया गया है, देश के साथ बिहार में भी इस बार के दुर्गा पूजा पर महामारी का प्रभाव पड़ा है। दुर्गा पूजा के अवसर पर आयोजित होने वाले मेले को इस बार प्रतिबंधित कर दिया गया है. साथ ही ऐतिहासिक गांधी मैदान में होने वाले रावण दहन कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया गया है।
मेला व रावण दहन कार्यक्रम रद्द
हर वर्ष दुर्गा पूजा के मौके पर राजधानी पटना व राज्य के के अलग अलग शहरों में मेला का आयोजन किया जाता है जिसमें भारी संख्या में लोग इकट्ठे होते है। कई शहरों में रावण दहन का भी कार्यक्रम रखा जाता है। लेकिन इस बार दुर्गा पूजा के मौके पर मेले का आयोजन तथा रावण दहन कार्यक्रम को रद्द रखने का फैसला किया गया है।
उलंघन करने पर कार्रवाई
दुर्गा पूजा को लेकर सरकार से लेकर प्रशासन तक अलर्ट मोड पर है, पूजा पंडालों और मेला आयोजन को लेकर प्रशासन की ओर से नया दिशा-निर्देश जारी किया गया है, जिसका पालन करना अनिवार्य होगा। पटना प्रशासन ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि इस बार दुर्गा पूजा मेला का आयोजन नहीं होगा साथ ही नियमों के उलंघन पर कार्रवाई भी की जाएगी।
3 दिवसीय रामलीला का आयोजन
आपको बता दें कि गांधी मैदान में होने वाले रावण दहन कार्यक्रम में बड़ी तादाद में लोग शामिल होते थे. भीड़ इकट्ठा न हो इसके लिए इस साल रावण दहन कार्यक्रम को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। पटना प्रशासन ने अहम निर्देश देते हुए नदियों में प्रतिमा विसर्जन पर भी पाबंदी लगा दी है। इस बार दुर्गा प्रतिमा को कृत्रिम तालाबों में विसर्जित किया जाएगा. हालांकि, दुर्गा पूजा के मौके पर कालिदास रंगालय में रामलीला का आयोजन किया जाएगा।
ऑनलाइन भी होगा प्रसारण
कालिदास रंगालय में तीन दिनों का आयोजन होगा, इन तीन दिनों में रामलीला (14 अक्टूबर), रावण वध (15 अक्टूबर), भरत मिलाप (16 अक्टूबर) का कार्यक्रम किया जाएगा।
कालिदास रंगालय में आयोजित होने वाले रामलीला में सीमित संख्या में ही लोगों को जाने की अनुमति होगी ऐसे में कार्यक्रम का वर्चुअल प्रसारण होगा, जिसे फेसबुक, यूट्यूब, ट्विटर आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर देखा जा सकता है।
इनपुट:- nextbihar