ये कोई आम आदमी नहीं. बिहार के एक सीनियर IAS अधिकारी सुधीर कुमार हैं. राजधानी पटना के गर्दनीबाग स्थित एससी-एसटी थाने में थानेदार रामानुज राम के चैंबर में बैठे हैं. आरोप है कि थानेदार के नहीं रहने के कारण ये ऐसे ही 2-3 घंटे तक बैठे रहें. बताया जा रहा है कि ये बिहार के मुख्यमंत्री Nitish Kumar और बड़े अफसरों के खिलाफ FIR दर्ज कराने पहुंचे थे. इनका कहना है कि इनके पास सबूत का पुलिंदा है. इनका आवेदन लेकर गर्दनीबाग थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने मुहर मारकर इन्हें दे दिया गया है. ठीक उसी तरह जैसे 4-5 महीना पहले दिया गया था. ऐसा इनका खुद कहना है.
IAS सुधीर कुमार के मुताबिक ये बीते 5 मार्च को भी FIR दर्ज कराने शास्त्रीनगर थाने गए थे. वहां SSP और सचिवालय DSP भी थे. वहां जैसे आज मुहर मारकर रिसिविंग दी गई, उसी तरह उस दिन भी दिया गया था. लेकिन उस मामले में आज तक कुछ नहीं हुआ. आज भी FIR दर्ज होगी या नहीं, पता नहीं. उन्होंने कहा कि थानेदार ने बताया कि उन्हें अंग्रेजी समझ नहीं आती.
गौरतलब हो कि सुधीर बिहार कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व चेयरमैन रह चुके हैं. सुधीर कुमार BSSC के अध्यक्ष थे, उसी दौरान इंटरस्तरीय संयुक्त परीक्षा का पेपर लीक हुआ था. तब इन्हें सस्पेंड करते हुए गिरफ्तार किया गया था. बाद में ये जब निलंबन मुक्त हुए तो इन्हें राजस्व पर्षद के सदस्य के रूप में तैनात किया गया. सुधीर बिहार के गृह सचि भी रह चुके हैं और अगले साल 31 मार्च 2022 को रिटायर होने वाले हैं.
अजय दीप चौहान