सारण के दो सगे भाई बहनों ने पहली बार में ही दरोगा की परीक्षा में सफलता का परचम लहराया

यूपीएससी एवं बीपीएससी में सफलता को ले तैयारी का सिलसिला जारी रहेगा

छपरा शहर के गुदरी निवासी अल्पसंख्यक समुदाय के दो मेधावी भाई बहनो ने पहली बार में ही दरोगा की परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने खानदान सहित जिला का नाम रोशन किया है। मोहम्मद हारून रशीद एवं रूही फातमा दोनों भाई बहन शुरू से ही मेधावी छात्र रहे हैं, साधारण परिवार में जन्मे दोनों छात्र की इच्छा है कि अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए बीपीएससी एवं यूपीएससी की तैयारी कर सफलता हासिल करें।

भाई बहन एक साथ बने दरोगा

शहर के गुदरी निवासी दोनों भाई बहन सफलता का श्रेय अपने माता-पिता एवं आदर्श शिक्षण संस्थानों को माना है। पहली बारमे दरोगा परीक्षा में सफलता प्राप्त मोहम्मद हारून रशीद का कहना है कि सच्ची लगन व दृढ़ संकल्प हो तो सफल होने से कोई रोक नहीं सकता है। हारून रशीद ने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा हज भवन में संचालित कोचिंग का सहारा लेकर प्रतिदिन 4 से 5 घंटा तैयारी करता था।

इन्होंने मेधावी छात्रों से अपील किया कि गहन अध्ययन व निरंतर प्रयास करने से निश्चय ही सफलता प्राप्त की जा सकती है। आगे भी अपने दायित्व को निर्वहन करते हुए बिहार प्रशासनिक सेवा में सफलता के लिए निरंतर मेरा प्रयास जारी रहेगा। जबकि दरोगा परीक्षा में सफल रूही फातिमा का मानना है कि मेरा लक्ष्य यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन में सफलता हासिल करना है।

रुही फातमा बिहार प्रशासनिक सेवा की तैयारी में जुटी है। दरोगा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद रुही फातमा का मानना है कि अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए व कानून के दायरे में रहकर खासकर महिलाओं की मदद करने का मौका मिला है। मै पुरी ईमानदारी के साथ महिलाओं को न्याय दिलाने के प्रति मेरा प्रयास निरंतर जारी रहेगा।

अपनी सफलता का श्रेय माता पिता को दिया

अपनी सफलता के लिए माता पिता को आदर्श मानते हुए सारण फिजिकल संस्थान के शिक्षक मिंटू कुमार सर का आभार जताया जिंहोने हमें फिजिकल तैयारी का गुर सिखाया । रुही फातमा ने परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्रों को संदेश दिया की ईमानदारी और सच्चे इरादे हो तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकता हैं!

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