डिजिटल प्लेटफार्म शायद ही कोई हो जिन्हें पसंद नहीं होगा और इसमें भी फेसबुक के क्या कहने यहाँ आपको बच्चे से लेकर बूढ़े तक मिलेंगे, लोग यहाँ एक दूसरे को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर दोस्त बनाते हैं और एक दूसरे से अपनी यादें साझा करते है जिसपर खूब लाइक कॉमेंट भी बटोरते हैं
इसी सोशल मीडिया साइट पर कई सालों से कार्यरत एक संस्था है जो खुदाई विभाग से खूब मशहूर है इनका काम है लोगों के पुराने पोस्ट और पुरानी तस्वीर जो बेहद ही बुरा दिखता हो उसपर तरह तरह के कॉमेंट करना जिससे वो ट्रेंड कर जाता है जिससे उनको ख़ुशी भी मिलती है और अपना बचपना भी याद आ जाता है साथ ही जिनकी तस्वीर ज्यादा ही भद्दी हो वो बुरा भी मान जाते हैं, खैर खुदाई विभाग का मकसद लोगों को ख़ुशी देना है
लॉकडाउन का वक़्त है सारे कोर मेंबर खाली अपने अपने घर में बैठे हुए थे तभी खुदाई विभाग के चैयरमेन विक्रम विद्यार्थी का नोटिस आया की तय समय में अपने कार्य को इस लॉकडाउन में भी अंजाम दीजिये तभी विभाग प्रमुख रजनीश यादव सहित सरसंघसंचालक सत्यम कुमार सत्यार्थी, कोषाध्यक्ष अंकित मौर्या सहित सचिव विशाल प्रभु राव, आशिक़ गौतम और आनंद के साथ कर्मठ कार्यकर्ता कुणाल मिश्रा, शिवांशु सिंह, अनिरुद्ध मुंतज़िर, वसीम आहान, दीपांकर दीप, रवि रंजन , सृष्टि आलोक, अभिनव राज भी शॉर्ट नोटिस पर पूर्णतः एक्टिव हो गए । इनके एक्टिव होने के बाद फ़ेसबुकिया बिरादरी भी इनके साथ हो ली और लग गए खुदाई अभियान में ।
इनलोगों ने अपने से बड़ों, घरलवालों, अपने गुरुओं, अपने से छोटे की प्रोफाइल तक पहुँच कर कमेंटबाजी किये और इतनी शिद्दत से खुदाई की के अपने सदस्यों तक को नहीं छोड़ा हर तरफ त्राहिमाम त्राहिमाम मची हुई थी लोग जल्दी जल्दी अपने फोटो डिलीट कर रहे थे नही तो ओनली मी की प्राइवेसी लगा रहे थे स्क्रॉल करने पर ऐसा लग रहा था जैसे 5 साल पहले फेसबुक चला रहे हैं।
विभाग की ओर से बड़ी महत्वपूर्ण सूचना दी गयी है कि इन मेहनती कार्यकर्ताओं को सम्मान पत्र से भी जल्द ही नवाजा जायेगा जिससे इनलोगों के हौसले बुलंद होंगे और ये अपने कार्य को बखूबी अंजाम देते रहेंगे