बिहार विधासभा में आज लोकतंत्र हुआ तार-तार , आज तक कभी नहीं हुआ था ऐसा

बिहार विधानसभा में मंगलवार को वो हुआ जो पहले कभी नहीं हुआ. नीतीश सरकार के बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक के विरोध में विधानसभा के बाहर से लेकर अंदर तक जो कुछ हुआ उसने लोकतंत्र को तार-तार कर दिया. बताया जा रहा है कि विधानसभा के इतिहास में पहली बार इस तरह का बवाल हुआ है. दिन भर में 4 बार कार्यवाही स्थगित होने के बाद विपक्ष के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को उनके ही चैंबर में बंधक बना दिया. इस दौरान पुलिस को बुलाया गया.

पटना डीएम और एसएसपी समेत भारी पुलिस फोर्स सदन के अंदर पहुंची. विपक्ष के कई विधायकों ने सदन में पहुंचे डीएम और एसएसपी के साथ बदसलूकी भी की. विधानसभा चैंबर के बाहर मौजूद विपक्षी विधायकों को हटाने के लिए मार्शल को भी बुलाया गया. वहां पहुंचे दर्जनों मार्शलों ने विपक्षी दलों के सदस्यों को वहां से हटाने की कोशिश की तो भिड़ गए.

इसके बाद एक-एक कर विपक्ष के विधायकों को सुरक्षाकर्मी बाहर फेंकने लगे. इसी में मारपीट होने लगी और मखदुमपुर से राजद विधायक सतीश कुमार दास बेहोश हो गए. कई अन्य राजद विधायकों को भी चोटें आईं. खबर लिखे जाने तक जबरदस्त हंगामा जारी है. विधानसभा में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. सदन में मौजूद महिला विधायकों को बारी बारी से बाहर निकाला जा रहा है.

विधानसभा के बाहर विपक्ष के विधायक को मार्शल ने फेंका :


कहा तो ये भी जा रहा है कि सत्ता पक्ष औऱ विपक्ष के विधायकों के बीच मारपीट भी हुई. इसके बाद एक-एक कर विपक्ष के विधायकों को सुरक्षाकर्मी बाहर फेंकने लगे. इसी में मारपीट होने लगी और मखदुमपुर से राजद विधायक सतीश कुमार दास बेहोश हो गए. कई अन्य राजद विधायकों को भी चोटें आईं. इससे पहले विपक्ष ने बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक के विरोध में न केवल जमकर हंगामा किया बल्कि उसकी प्रति भी फाड़ दी, जिसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई.

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