पिता थे चपरासी UPSC परीक्षा पास कर बेटी बनी IPS ऑफिसर

नासिक की रहने वाली डॉ विशाखा भदाणे के पिता जी का नाम अशोक भदाणे है,

जो नासिक के उमराने गाँव में एक छोटे से स्कूल में चपरासी का काम करते हैं। दो बहनों और एक भाई में विशाखा सबसे छोटी हैं।

उनके पिताजी भी चाहते थे कि उनके बच्चे ख़ूब पढ़ लिख कर अपने जीवन में नाम कमाए और बड़े अफसर बनें, लेकिन मेहनत करने के बावजूद उनकी आय इतनी नहीं थी

कि वह घर का ख़र्च और बच्चों की पढ़ाई का ख़र्च भली प्रकार से चला पाएँ, हालांकि वे अपने बच्चों की शिक्षा पर बहुत ध्यान दिया करते थे

पर कमाई कम होने की वज़ह से उन्हें बहुत परेशानी आती थी।

विशाखा जब 19 वर्ष की हुईं तो उनकी माँ गुजर गईं। फिर माँ के गुजरने के बाद उनके घर को संभालने के लिए कोई नहीं था,

तो घर की सारी जिम्मेदारी विशाखा पर ही आ गई थी। उन्होंने वह जिम्मेदारी बखूबी निभाई। पहले वे घर का काम करतीं और फिर पढ़ाई किया करती थीं।

BAMS करने के बाद डॉक्टर विशाखा ने UPSC की परीक्षा देने का सोचा और वह इसकी तैयारी में लग गईं।

पहले प्रयास में असफल होने के बाद फिर दूसरी कोशिश में उन्हें सफलता मिली और वर्ष 2018 में UPSC में पास होकर वे IPS ऑफिसर बन गईं।

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