दुनिया की सबसे दोगली चीज राजनीति है. हिंदुस्तान के लिए तो ये पूरी तरह से फिट बैठती है. ये कहानी है मध्य प्रदेश की. यहां पर कुछ दिनों पहले तक कांग्रेस की सरकार हुआ करती थी. सीएम थें कमलनाथ, फिर दौर बदला. कांग्रेस के कुछ विधायक भाग कर भाजपा में चले गएं. इन्हीं में से एक महापुरुष हैं बिसाहूलाल सिंह.
राशन गबन करने का आरोप
जब ये महोदय कांग्रेस से विधायक थें तो इन पर गरीबों का राशन हड़प करने का आरोप लगा था लेकिन जैसे ही भाजपा की सरकार बनीं तो इन्हेंं इस आरोप के एवज में खाद्य मंत्री बना दिया गया. कितनी दिलचस्प बात है न कि कांग्रेस में रहते जिस विभाग में घोटाले का आरोप लगा, भाजपा में आते ही उसी विभाग का मंत्री बना दिया गया.
आरटीआई से हुआ था खुलासा
जब बिसाहूलाल कांग्रेस विधायक थें तब सूचना का अधिकार कार्यकर्ता ने उन पर गरीबों के लिए मिलने वाले राशन के गबन का आरोप लगाया था. सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार ये विधायक वर्ष 2013 से ही गरीबों को मिलने वाला राशन लेते थें. भाजपा ने उस दौरान विधायक की जमकर खिंचाई की थी लेकिन आज जब खुद भाजपा की सरकार बनी तो इन्हें वही मंत्रालय दे दिया गया जिस के लिए इन्हें भाजपा ने आड़े हाथों लिया.
ऐसा लगता है कि देश की राजनीति में लोकलाज सब कुछ खत्म हो चुका है और सत्ता पाने की सनक में लोगों को गद्दार या दोगला बनने से भी परहेज नहीं रहा. इस तरह के गद्दारों का राजनीति ही नहीं बल्कि सामाजिक जीवन में भी बहिष्कार होना चाहिए.